
कुरुक्षेत्र में छाया कोहरा।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
फरवरी महीने में ही पंजाब समेत उत्तर पश्चिम के तमाम राज्यों में अप्रैल जैसी गर्मी महसूस की जा रही है. सुबह शाम गुलाबी ठंड है लेकिन दोपहर में गर्मी पड़ रही है। रविवार को प्रदेश के सभी शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक दर्ज किया गया।
सुबह कुछ इलाकों में घना कोहरा भी दर्ज किया गया। इससे दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई है। पिछले दो दिनों से आंशिक रूप से बादल भी छाए हुए हैं। तापमान में तेजी से हो रही बढ़ोतरी ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। इन दिनों गेहूं की फसल खड़ी है जो तापमान के प्रति संवेदनशील है। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी कि फसल पर दबाव पड़ने पर हल्की सिंचाई भी की जा सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि इस समय पश्चिमी विक्षोभ का असर है। इससे पंजाब के माझा और दोआबा में सोमवार और मंगलवार को हल्की बारिश होने का अनुमान है। हालांकि इसका ज्यादा असर नहीं होगा। पंजाब में एक फरवरी से मौसम शुष्क बना हुआ है। दिन और रात का तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक दर्ज किया जा रहा है। अगले चार-पांच दिनों तक राहत के आसार नहीं हैं।
इसलिए बढ़ी गर्मी, छाया कोहरा
मौसम वैज्ञानिकों ने तापमान में बढ़ोतरी के कई कारण बताए हैं। पहाड़ों पर एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं लेकिन इनकी तीव्रता बहुत कमजोर है। इनके आने से पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं थम गई हैं। इधर, हवाएं तापमान को नीचे लाती थीं। इन हवाओं की जगह अब गर्म इलाकों से आने वाली दक्षिण-पश्चिम हवाएं पंजाब और अन्य इलाकों में आ रही हैं। इससे तापमान के साथ ही हवा में नमी भी बढ़ गई है। हवा में नमी का स्तर 40 से 80 फीसदी तक पहुंच गया है। जिससे सुबह घना कोहरा छाया रहता है।
गेहूं की पैदावार घट सकती है
कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि गेहूं की फसल के लिए इष्टतम तापमान 20 से 22 डिग्री माना जाता है। अधिक तापमान पर फसल जल्दी पक जाती है और दाना छोटा रह जाता है। इससे उपज में कमी आती है। कटाई में ज्यादा समय नहीं बचा है। होली के बाद कटाई शुरू हो जाएगी। इसलिए फसलों पर हल्की सिंचाई की सलाह दी गई है।