Mp News: हाईकोर्ट ने नीतू गुर्जर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी, नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी मौत – हाईकोर्ट ने नीतू गुर्जर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी


ग्वालियर खंडपीठ.

ग्वालियर खंडपीठ.
– फोटो : सोशल मीडिया

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उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ ने पिछले साल अक्टूबर के महीने में नवविवाहित महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच सीबीआई को सौंपी है. नीतू गुर्जर नाम की महिला के परिजनों ने इस मामले में उसके ससुराल वालों के साथ ही पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने वाले लोगों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया था. इसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंचा। पीड़िता के परिवार की ओर से हाईकोर्ट में कहा गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के गर्भवती होने का जिक्र नहीं है. सांप के काटने से महिला की मौत होना बताया जा रहा है। लेकिन जिस जगह पर सांप के काटने की सूचना मिली है, वहां की खाल को एफएसएल जांच के लिए नहीं भेजा गया।

परिवार का कहना है कि नीतू गुर्जर की शादी डहेली गांव के ध्रुव सिंह के साथ चार महीने पहले ही हुई थी. लेकिन ससुराल वाले उसे दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करते थे। इसी बीच 10 अक्टूबर 2022 को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल वालों ने बताया कि नीतू को सांप ने काट लिया है। परिवार वालों का कहना है कि उन्होंने अपनी हैसियत के मुताबिक शादी में नीतू को दहेज दिया था, लेकिन ससुराल वाले नीतू से पांच लाख रुपये और कार की मांग कर रहे थे, इसी बीच 10 अक्टूबर को अचानक नीतू की मौत हो गई.

नीतू की शादी 31 मई 2022 को ही हुई थी, इसलिए नवविवाहित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बावजूद पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने इस मामले को औपचारिक रूप दिया, जिसे नीतू के पिता रामनिवास ने कोर्ट में चुनौती दी थी. परिजनों का कहना है कि यह सीधा दहेज हत्या का मामला था, लेकिन पुलिस ने सिर्फ दहेज प्रताड़ना में ही दर्ज किया है। कोर्ट में फॉरेंसिक रिपोर्ट भी तलब की गई थी। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने इस मामले में पुलिस और डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही पाई और कहा कि एक महिला के पांच महीने के गर्भवती होने की बात छुपाना बेहद गंभीर है. ऐसे में निष्पक्ष जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंपना जरूरी है, अब सीबीआई नीतू गुर्जर मामले की जांच कर हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.



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