दो महीने से प्रवासी पक्षियों ने झील के दलदली किनारों पर डेरा डाला हुआ है
इस बार झील में 41 प्रजातियों के 3101 प्रवासी पक्षियों का आगमन हुआ है।
संवाद न्यूज एजेंसी
बिलासपुर। गोबिंद सागर झील इन दिनों प्रवासी पक्षियों से खूब चहक रही है। गोबिंद सागर झील के किनारे पिछले दो माह से प्रवासी पक्षियों ने डेरा जमा रखा है। झील के दलदली किनारों पर ये पक्षी आपस में लड़ते, पानी की सतह पर खेलते हुए नजर आ रहे हैं, जो सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
कई प्रजातियों के रंग-बिरंगे प्रवासी पक्षी सभी के मन को भा रहे हैं। ये प्रवासी पक्षी आकाश में उड़ते हुए भी मनभावन लगते हैं। इस बार 41 प्रजातियों के 3101 प्रवासी पक्षी गोबिंद सागर झील पहुंचे हैं। पहली बार वन विभाग के सहयोग से वेटलैंड्स इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी नाम की एजेंसियों ने गोबिंद सागर झील का सर्वेक्षण किया है और प्रवासी पक्षियों की गिनती की है। सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि अत्यधिक संरक्षित कॉमन पोचर्ड और रिवर टर्न प्रजाति के पक्षियों ने भी गोबिंद सागर झील के दलदली इलाकों को पसंद किया है। प्रवासी पक्षियों में बार हेडेड गूज और नॉर्दर्न पिंटेल सबसे अधिक हैं। बता दें कि अभी तक पौंग डैम में प्रवासी पक्षियों की गणना के लिए ही सर्वे किया गया है. गोबिंद सागर झील में आज तक कोई सर्वे नहीं हुआ। लेकिन यहां भी पहली बार सर्वे किया गया। इसके तहत प्रवासी पक्षियों की पहचान कर सही आंकड़े का पता लगाया गया है।