संवाद समाचार एजेंसी
एटा। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के अधीनता को नौकरी से हटाकर अप्रेंटिसशिप कर दिया जाता है। बिजली विभाग हर साल आईटी सम्बद्धताओं को अप्रेंटिसशिप की पहल करता है। चालू सत्र में इसके लिए इलेक्ट्रिक वितरण मंडल में करीब 48 नियमों का चयन हुआ, लेकिन अभी तक किसी को स्टाइपेंड (शिक्षुता संख्या) नहीं मिला है।
आईटीआई में संचालित इलेक्ट्रिशियन ट्रेड से हर साल 40 से अधिक समझौते होने लगी हैं। नौकरी पाने के लिए नौकरी पाने के लिए किसी कर्मचारी को नौकरी से निकाल देने से अप्रेंटिसशिप हो जाती है। इस दौरान उन्हें 7,700 रुपये मानदेय दिया जाता है। अप्राप्यता के लिए प्रस्ताव का चयन शिविर लगाया जाता है। शासन के निर्णय के अनुसार कर्मचारियों की संख्या -30 से अधिक होगी, उन्हें कुल संख्या का 10 अंश प्रतिशत अप्रेंटिसशिप अनिवार्य होगा।
जिले में बिजली वितरण व्यवस्था के लिए चार खंड दिए गए हैं। प्रत्येक खंड में 12-15 सम्भावनाओं को हर साल अप्रेंटिसशिप किया जाता है। अधिशासी अभियन्ता ज्ञान प्रकाश ने बताया कि अप्रेंटिसशिप करने वाले अधिसूचनाओं को स्टाइपेंड देने के लिए उनका फॉर्म पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। इसी माह में सभी राशियों को उनके बैंक खाते भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों द्वारा फॉर्म समय से चुने नहीं गए। इसलिए भुगतान में देरी हुई है।