स्कूल में दोस्तों को साइबर फ्रॉड से बचाता था स्टार्टअप, आज दुनिया भर में हैं 500 क्लाइंट- साइबर क्राइम एक्सपर्ट सनी वाधवानी स्टार्टअप स्टोरी


कहा जाता है कि अगर किसी भी क्षेत्र में आपकी रुचि बचपन में ही जाग जाए तो आपको कम उम्र में ही सफलता हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसी ही कहानी है इंदौर के सनी वाधवानी की जो स्कूल में अपने दोस्तों को साइबर फ्रॉड से बचाते थे और आज दुनिया भर की कंपनियां इसके लिए उनसे सर्विस ले रही हैं.

आज का भारत ज्यादा डिजिटल और कनेक्टेड हो गया है। देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी 80 करोड़ को पार कर गई है। इस साल 5G की शुरुआत के साथ डिजिटल इंडिया को और गति मिलने की उम्मीद है, लेकिन इसके साथ सबसे बड़ी समस्या अभी भी साइबर हमले हैं, जो बढ़ते उपयोगकर्ता आधार के साथ और बढ़ने की उम्मीद है। इस साल क्रिप्टो-संबंधित घोटाले, रैंसमवेयर और डीपफेक अपराध भी बढ़ने की उम्मीद है। भोले-भाले ऑनलाइन यूजर्स को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे समय में सबसे ज्यादा जरूरत साइबर एक्सपर्ट की है। साइबर क्राइम से आज हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी तरह से परेशान है। ऐसे समय में युवा साइबर विशेषज्ञ सनी वाधवानी ऐसे लोगों के लिए एक नई उम्मीद बनकर आए हैं। वह अलग-अलग प्लेटफॉर्म के जरिए सोशल मीडिया और साइबर क्राइम के पीड़ितों की मदद कर रहे हैं।



नेत्रहीन बच्चों में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देना

साइबर विशेषज्ञ सनी वाधवानी ने साइबर अपराध को रोकने के लिए वर्ष 2004 में अपना अभियान शुरू किया था। 2016 में, सनी ने अपनी कंपनी वाधवानी एंटरप्राइजेज के माध्यम से दुनिया भर में 500 से अधिक ग्राहकों का एक मजबूत नेटवर्क बनाया है। एक हजार डॉलर से कम पूंजी से शुरू हुई उनकी कंपनी सफलता के नए आयाम लिख रही है। कंपनी दुनिया भर में अपने ग्राहकों को हाई-टेक तकनीक की मदद से साइबर क्राइम और हमलों से बचाने के लिए बेहतरीन समाधान मुहैया करा रही है। साइबर एक्सपर्ट सनी वाधवानी अब तक अपने लेक्चर और सेमिनार के जरिए 5000 से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर क्राइम के बारे में जागरुक कर चुके हैं. सनी द्वारा लगभग 2500 छात्रों को डिजिटल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल प्रोडक्शन और डिजिटल पब्लिशिंग जैसे विषयों में प्रशिक्षित किया गया है। सनी समय-समय पर शहर के नेत्रहीन बच्चों के बीच तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सेमिनार आयोजित करती हैं, जिसके लिए उन्हें हेलन केलर एकेडमी ब्लाइंड स्कूल द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।

इंदौर में नगर निगम के साथ साइबर मित्र अभियान की शुरुआत हुई

इंदौर में साइबर सुरक्षा को लेकर एक नई पहल शुरू की गई है। साइबर सुरक्षा और साइबर जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से सनी ने नगर निगम इंदौर के साथ मिलकर साइबर मित्र अभियान शुरू किया है। हाल ही में एआईसीटीएसएल के बोर्ड रूम में शुरू हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने की. सनी की टीम साइबर क्राइम के बारे में लोगों को आसान तरीके से हिंदी भाषा में जागरूक कर रही है। कंपनी का सबसे बड़ा लक्ष्य स्मार्टफोन और साइबर की दुनिया में हो रहे हमलों से पूरी तरह अनजान लोगों को जागरूक करना है। इसमें खासकर युवाओं के साथ बच्चों को भी जागरूक किया जा रहा है।


सनी को मिले कई अवॉर्ड

– एमपी की उड़ान – यूथ आइकॉन और आईटी एक्सपर्ट

– मैगजीन 40 अंडर 40 एंटरप्रेन्योर, डिजिटल एंटरप्रेन्योर और ई-बिजनेस के विजेता

– मेटीकुलस मेंटर – डेवर्थ अवार्ड

– सबसे तेज रोमन टाइपिंग और सबसे तेज अंग्रेजी पंग्राम टाइपिंग का विश्व रिकॉर्ड

सबसे कम उम्र का डिजिटल उद्यमी

इंदौर साइबर क्राइम का नया निशाना

सनी का कहना है कि मध्य प्रदेश और भारत के दिल इंदौर में आईटी कंपनियों के आने से कंपनियों को कई बड़े साइबर अटैक के लिए तैयार रहना होगा। अभी तक साइबर कंपनियां मुंबई दिल्ली जैसे शहरों को ही अपना निशाना बनाती थीं। इंदौर अब साइबर क्राइम का नया डेस्टिनेशन बन गया है। साइबर सुरक्षा पर और काम करने की जरूरत होगी, क्योंकि अब साइबर अपराधियों ने भी नए तरीके खोज लिए हैं। हाल ही में हुए साइबर हमलों की बात करें तो आंकड़े भी कम चौंकाने वाले नहीं हैं। 2021 की पहली छमाही के दौरान करीब 40.9 अरब ईमेल खतरों, दुर्भावनापूर्ण फाइलों और यूआरएल को ब्लॉक किया गया। वैश्विक साइबर सुरक्षा फर्म ट्रेंड माइक्रो की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। वैश्विक स्तर पर रैंसमवेयर सबसे बड़ा खतरा है। पिछले साल भारत में रैंसमवेयर के 12.98 प्रतिशत मामले सामने आए, जो चीन के बाद एशिया में दूसरे नंबर पर है।




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