बिहार : सीएसपी में खाता खोल रहे हैं तो यह जांच जरूरी, कहीं आप भी तो नहीं हो ठग रहे का शिकार – बिहार : सीएसपी में खाता खोल रहे हैं तो जांचना जरूरी


सीएसपी में खाता खोल रहे हैं तो यह जांचना जरूरी है

सीएसपी में खाता खोल रहे हैं तो यह जांचना जरूरी है
– फोटो : अमर उजाला

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अगर आप सीएसपी में खाता खुलवाने जा रहे हैं तो थोड़ा लोडिए। उन खातों को ध्यान से देखें कि उस पर नाम से लेकर मोबाइल नंबर तक सिर्फ और सिर्फ आपके हैं या नहीं। क्यों कि बेगूसराय में ऐसे 222 बैंक लाभ बहाल हो गए हैं जिनपर मोबाइल नंबर के लाभार्थी के बजाय सीएसपी अधिकारी के हैं। साथ ही 1100 एटीएम कार्ड भी जप्त किए गए हैं इसलिए सीएसपी कर्मचारी गोरख धंधा कर रहे थे। यह कारनामा लाखो ओपी क्षेत्र के धबौली गांव स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी का कार्यकर्ता पवन कुमार द्वारा किया गया था। दिल्ली पुलिस के हत्थे के बाद इस बात का खुलासा हुआ।

क्या कहना है दिल्ली पुलिस का

दिल्ली पुलिस का कहना है कि बैंक ऑफ बड़ौदा के 222 खाते में पवन कुमार ने अपना मोबाइल नंबर रखा था। वह 1100 बैंक खाते का संचालन करता था जिसके 7 फायदे पवन कुमार के नाम पर थे। अन्य अन्य कारण अन्य लोगों के थे।

कब से चल रहा था यह गोरखधंधा

पुलिस के अनुसार पवन कुमार 2017 से ही धबौली गांव में बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी ऑपरेशन का काम करता था। उन खातों के एटीएम में पवन कुमार का मोबाइल नंबर था। पुलिस ने बताया कि उन खातों में देश भर से ठगी के रुपये आते थे। पवन कुमार उन खातों से 12% कमीशन काटकर ठगों को वापस कर देता है।

ग्रामीण क्या कहते हैं

इस संबंध में तर्क का कहना है कि पवन कुमार उनके लाभ में आने वाले रुपयों को दूसरी जगह भेज देता है। कुछ कहने पर वह दांव लगाने वालों को 2000 से 10000 तक देकर चुप करा देता था। पुलिस का कहना है कि इन खातों के माध्यम से देश भर से ठगी के आने वाले रुपये का इस्तेमाल किया गया था।

खाते में मोबाइल नंबर पवन का होता था

विजेट का कहना है कि इन खातों में पवन अपना मोबाइल नंबर डालता है। इसलिए लोगों को इस फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं हो सकती थी।

ऐसा हुआ खुलासा

पुलिस ने बताया कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ठगों के एक सेवा निवृत बैंक मैनेजर घनश्याम से 2.80 करोड़ रुपये की बीमा के नाम पर ठगी की गई। उस बैंक मैनेजर ने ठगी का मामला दिल्ली में दर्ज किया। मामला दर्ज होते ही पुलिस जांच में जुट गया। जब जांच आगे बढ़ी तब इस ठगी की जानकारी हुई।

मुख्य प्रबंधक कहते हैं

दिल्ली पुलिस की शिकायत पर सबसे पहले धबौली गांव स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएसपी के कोड को चार माह पहले ही फ्रीज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जांच में उह स्पष्ट हो गया कि पवन कुमार के एक ही सीम से बैंक से सात खाते संचालित किए जा रहे थे। अन्य खातों पर पवन कुमार का मोबाइल नंबर अंकित है। उन्होंने मोबाइल नंबर क्यों अंकित किया है इसकी रिपोर्ट जल्द ही दिल्ली पुलिस को चिंता होगी। उसके बाद ही यह स्पष्ट होगा कि पवन कुमार के खाते का परिचालन हो रहा है। सीएसपी के खाताधारकों को परेशानी न हो इसके लिए निकट के सीएसपी से टैग किया गया है। इसी के साथ मुख्य दस्तावेजों से भी निष्पादन किया जा रहा है।



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