
सौरभ सुमन।
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पुणे जंक्शन से लापता नामचीन मोबाइल कंपनी का संदिग्ध प्रबंधक सौरव सुमन को आसनसोल रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया है। इस मामले में भारी रेल एसपी प्रमोद कुमार मंडल के नेतृत्व में विशेष टीम एक्सेस की गई थी। पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर सौरभ सुमन को प्रभावी ढंग से बरामद किया है। रेल पुलिस द्वारा सौरभ सुमन के संबंध में सूचना दी गई है। रेल पुलिस का कहना है कि वह इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। दरअसल, 4 फरवरी की रात सौर सुमन जंक्शन से अचानक हादसा हो गया। उनके मोबाइल से परिवार से 25 लाख रुपए की फिरौती लगाई गई थी। शरीर पर नहीं देने के लिए सारे अंग निकाल लेने की धमकी दी गई थी। सोमवार को पूर्व रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल थाने में परिजनों ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।
भागलपुर जाने वाली ट्रेन में नहीं बैठा था
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए गए बयानों में बताया गया कि सौरव सुमन ने अपनी पत्नी को 4 मार्च की रात 9:30 बजे वीडियो कॉल पर सूचना दी कि वह ट्रेन से घर लौट रहा है। सीसीटीवी की जांच की गई। इसमें पाया गया कि सौरभ सुमन 9:00 पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 9 (गया जाने वाली रूट) पर खड़ा था। जबकि भागलपुर जाने वाला ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर चढ़ रहा था। इसी ट्रेन से सौरभ ने अपनी पत्नी को भागलपुर आने की बात कही। सीसीटीवी में सौरव सुमन को प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर देखने के बाद पुलिस को मामला संदिग्ध होने लगता है।
में एक होटल में अकेला ही मैं था
सौरव सुमन के मोबाइल के टावर की जांच की गई तो उसके गुरारू क्षेत्र का पता चला। पुलिस टीम ने संपर्क किया तो पता चला कि वह एक होटल में था और वह अकेला ही था। रिश्तेदारों के अपहरण की आशंका थी लेकिन पुलिस द्वारा जांच करने पर पता चला कि सौरव सुमन के साथ किसी भी आपराधिक घटना या बल प्रयोग के प्रमाण नहीं मिले। इसके बाद रेल एसपी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। इसके अलावा दो अन्य टीम पूर्व के सौरव सुमन की तलाशी के लिए निकल गई। वैज्ञानिक शोध के दौरान पाया गया कि सौरव सुमन बंगाल ट्रेन में स्थित है। छानबीन के दौरान सौरव सुमन को आसनसोल रेलवे स्टेशन से प्रभावी ढंग से बरामद किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसकी संलिप्तता पाई गई है। उससे पूछताछ की जा रही है।