
बिहार के सारन में यह पुल ट्रक का भार नहीं सह सका।
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सारण में तरैया थाना क्षेत्र के भलुआ में ब्रिटिशकालीन पुल शनिवार को एक गिट्टी लादे ट्रक के साथ जमींदोज हो गया। किस्मत से ट्रक का चालक व उपचालक की जान बच गई। पुल गिरने से छंचिया पंचायत के कई गावों का संपर्क तरैया प्रखंड मुख्यालय, थाना और अंचल से कट गया है। ब्रिटिश रेखीय का पुल काफी जर्जर हो गया था। इसके जीर्णोद्धार की मांग काफी समय से उठ रही थी, लेकिन कोई काम नहीं किया गया।
खैरियत थी कि पुल टाइम लोग संभले
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुल से ट्रक का अगला हिस्सा पार कर गया था, उस तेज आवाज आई। जब तक कोई भी कुछ संभला पुल एक छोर से होते हुए ट्रक से टकरा गया और फिर दोनों तरफ के पथ तक पहुंचने के बाद बाकी का हिस्सा पूरी तरह से नीचे आने लगा। पुल और ट्रक के गिरने की आवाज भी तेज हो गई थी और पुल के पहुंच पथ पर भी कई लोग थे, इसलिए चीखपुकार तुरंत मच गई। भारी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने देखा कि ट्रक का अगला हिस्सा ऊपर अटक गया है, जबकि पिछला हिस्सा जमीन पर टिक गया है। राइट-बाएं नहीं गिरेंगे, इस डर से लोग साथ रहेंगे। किसी चालक की तरह उपचालक को लोगों ने सहराना आवंटन किया। पुल के नीचे का हिस्सा सूख गया था और लोग उद्र से विनाश भी करते हैं, लेकिन दुर्घटना के समय पुल के नीचे कोई नहीं था।
विधानसभा तक उठी मांग, मगर अब खुशी क्या
ब्रिटिश रेखीय का पुल काफी जर्जर हो गया था। ग्रामीण इसे बनवाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे थे। पूर्व हेडमास्टर कृष्ण कुमार गुप्ता के बाद वर्तमान हेड हेड नंदकिशोर साह ने भी पुल के बनाने को लेकर कई बार आवाज उठाई। इसके लिए कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया और कई बार अलग-अलग स्तरों पर मेमोरेंडम भी दिए गए। इस समस्या को विधायक जनक सिंह विधानसभा में भी उठा चुके हैं, लेकिन शनिवार को हुई दुर्घटना के बाद अब कहने-सुनने को कुछ नहीं बचाते।