
घर की महिलाएं रो-रोकर हो रही हैं।
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वर्चस्व की लड़ाई थी। इसमें एक पक्ष ने तीन हत्यारों से शक्तियां दिखाई देती हैं। दूसरे ने करोड़ों की संपत्ति राख कर क्रोध दिखाया। राजधानी पटना से सटे जेठुली में आग लगी है राजनीतिक रोटियां नहीं सेंकी जा सकीं, क्योंकि इतना बड़ा बेदखली मगर हुआ दोनों ही पक्ष एक ही जाति के थे। दोनों पक्ष बिहार की दबंग और सत्तासीन जाति से हैं, इसलिए बहुत बड़ा है। हाइवे किनारे की दुकानों के बाहर पुलिसकर्मी भी बाहर-बाहर शांति की बात कह रहे हैं, लेकिन डर कुछ अंदर भी है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष अपनी जिस जाति को लाठियों में तेल पिलाने के लिए कहते थे, संघर्ष उसी जाति के दो गुटों का है। इसलिए, मनाए गए सहमे हैं।